Apna Aim kaise Banaye – भगवान द्वारा दी गई इस जिंदगी को सुचारू ढंग से जीने के लिए जीवन में एक लक्ष्य होना काफी आवश्यक है यदि आपके जीवन का कोई लक्ष्य है तो आप उसे पाने के लिए की जान मेहनत करेंगे और उस लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए आपके जीवन में काफी उतार-चढ़ाव आएंगे जिससे आपको नई-नई चीज़ सीखने का मौका मिलेगा और कई बार निराशा भी लगेगी इससे आप अपने कौशलताओं को बढ़ाते हैं।
जिस प्रकार किसी भी काम को करने के लिए हम प्लानिंग करते हैं बिना प्लानिंग के कोई भी कार्य को सुचारू ढंग से नहीं किया जा सकता उसी प्रकार जीवन को सही ढंग से जीने के लिए गोल सेटिंग करना बहुत जरूरी होता है आपके जीवन में एक सही मार्गदर्शन जीवन को सफल और महान बनाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं।
कोई व्यक्ति महान कैसे बनता है हम अक्सर यह सोचते हैं कि वह व्यक्ति इतनी जल्दी इतनी आगे कैसे बढ़ गया उसने अपने जिंदगी में सक्सेस कैसे प्राप्त किया इसका सिर्फ एक मात्र उत्तर है कि उसकी जिंदगी प्लानिंग के साथ चल रही थी उसके जीवन में एक लक्ष्य था जिसे उसने पा लिया और आज वह किसी अच्छे मुकाम पर हैं।
गोल सेटिंग क्या है
जिस प्रकार एपीजे अब्दुल कलाम ने कहा है –
सपना वह नहीं जो हम रात को देखते हैं सपना वह है जो रात की नींद खराब कर दे
इस प्रकार जिंदगी में लक्ष्य आपकी जिंदगी को किस प्रकार जीना है कैसे जीना है कैसे उसे लक्ष्य तक पहुंचना है सब निर्धारित करता हैं।
अपने जीवन का लक्ष्य बनाने से पहले हमें सोचना चाहिए समझना चाहिए फिर किसी चीज को अपने लक्ष्य की तरह मनाना चाहिए।
एक मध्य वर्ग परिवार का व्यक्ति जो अपने बलबूते अपने सपने को पूरा करता है वही व्यक्ति सफल इंसान कहलाता हैं।
अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि आपको अपने ऊपर विश्वास होना और आपका इरादा मजबूत होना
यदि आपको खुद के ऊपर विश्वास नहीं है तो आप खुद से चार कदम तक के भी रास्ते को सही ढंग से नहीं पर कर पाएंगे
लक्ष्य निर्धारित करने के दो तरीके हैं
पहले कोई व्यक्ति लक्ष्य को सोचकर निर्धारित करता है और निर्धारित करने के बाद उसी के आधार पर सारे कार्यों को करता है
दूसरा कोई व्यक्ति पहले अपने लक्ष्य को लिखित रूप से बनता है उसके बाद धीरे-धीरे वह अपने लक्ष्य की ओर बढ़ता है
सबसे अच्छा तरीका है कि लक्ष्य को लिखकर रखें और दिन बाद दिन उसके और एक बा एक कदम बढ़ते चले
उदाहरण के लिए
कोई बच्चा सोता है कि उसे बड़े होकर डॉक्टर बनना है तो यहां सिर्फ उसके सोच पर निर्भर नहीं करता उसे डॉक्टर बनने के लिए मेहनत करनी पड़ेगी डॉक्टर बनने के लिए क्या पढ़ाई करनी होती है कैसे पढ़ाई करनी होती है सारे बटन को जानना जरूरी है और उसके आधार पर उसे अपना दिनचर्या बनाना होगा
एक व्यक्ति सरकारी नौकरी पाने के लिए अपना एक लक्ष्य बनता है कि मैं किस प्रकार से पढ़ाई करूंगा तो मैं एक सरकारी नौकरी आने वाले 3 सालों में पालूंगा।
अपना लक्ष्य कैसे बनाये
- अपने लक्ष्य पर विशेष ध्यान दें
- अपनी सोच को सकारात्मक रखे
- काम से पीछे बिलकुल भी न हटे
1) मुझे Exactally क्या करना है?
सबसे पहले यह निर्धारित करें कि आपको करना क्या है जो चीज आपको पसंद है और जिस चीज में आपको रुचि है अपना लक्ष्य उसे आधार पर निर्धारित करें यदि आपको पढ़ना पसंद है तो आप अपने लक्ष्य में शिक्षक का पद लेखक लेखक कंटेंट राइटर आदि जैसे पद चुन सकते हैं।
इस प्रकार सबसे पहले अपनी रुचि को पहचाने और अपनी रुचि के हिसाब से ही अपना लक्ष्य बनाएं
कभी-कभी हम दूसरों की बातों में आकर अपने लक्ष्य का निर्धारण कर लेते हैं और आगे चलकर हमें काफी सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
2)अपने लक्ष्य पर विशेष ध्यान दें?
लक्ष्य निर्धारित करने के बाद अपने लक्ष्य पर विशेष ध्यान दें सबसे पहले यह सोचे कि उसे लक्ष्य को पाने के लिए किस रास्ते को चुने कैसे कार्यों को करें कि लक्ष्य को पानी में आसानी हो
लक्ष्य निर्धारित करना आसान होता है लेकिन लक्ष्य को पाने के लिए की जाने वाली मेहनत लक्ष्य निर्धारण में की जाने वाली मेहनत के 100 गुना से भी ज्यादा कठिन होती हैं।
अपने लक्ष्य को अहमियत दे आपके जीवन में आपके लक्ष्य को अपने से ज्यादा मुख्य कुछ भी नहीं होना चाहिए।
3) अपनी सोच को सकारात्मक रखे
एक समझदार व्यक्ति अपनी सोच को हमेशा सकारात्मक रखना है सकारात्मक सोचने वाला व्यक्ति कभी भी डिमोटिवेट नहीं होता वह किसी भी कार्य को सबसे पहले सही तरीके से सोचता है कि किसी भी कार्य के होने के पीछे सही ही होगा
यदि आप नकारात्मक सोच रखते हैं तो आपके साथ कोई भी कार्य अच्छा नहीं होगा जो कार्य अच्छा होने वाला भी होगा तो आपके नकारात्मक सोच के कारण हुआ गलत ही हो जाएगा इसलिए हमेशा सकारात्मक सोच
ऐसा हमारे पुराणों में भी लिखा गया है मन चंगा तो कठोर में गंगा।
4) काम से पीछे बिलकुल भी न हटे
हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि आपका लक्ष्य को पाने के लिए आपको जो भी कार्य करना हो उसे करें कम से पीछा कभी ना छुड़ाएं
बहुत से लोग इस दुनिया में ऐसे होते हैं जो लक्ष्य का निर्धारण कर लेते हैं परंतु अपने लक्ष्य को पानी में कामयाब नहीं हो पाए और इसके लिए वह अपनी किस्मत को दोस्त देते हैं लेकिन इसका मुख्य कारण होता है कि आप कठिन काम को देखकर पीछे हट जाते हैं ऐसे में आप कभी भी अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकते
एक सफल व्यक्ति अपने अच्छे तथा बुरे दोनों वक्त का सामना ईमानदारी और परिश्रम से करता है तभी जाकर वह अंत में सफल बनता हैं।
आपका लक्ष्य S.M.A.R.T होना चाहिए
SMART का मतलब है :
S –Specific (स्पष्ट)
M -Measurable (जिसे मापा जा सके)
A-Achievable (पूर्ण करने योग्य)
R– Realistic ( वास्तविक)
T– Time-bound ( समय में बंधा हुआ)
जिस प्रकार कहा जाता है कि हार्ड वर्क नहीं स्मार्ट वर्क करें इस प्रकार आपको स्मार्ट बनना होगा अपने लक्ष्य को पाने के लिए आपको सबसे पहले स्मार्ट वर्क करना सीखना होगा।
Specific : आपका लक्ष्य बिलकुल clear होना चाहिए . उसे सुनने या पढने के बाद उसे लेकर कोई संशय नहीं होना चाहिए
Measurable : आपका goal ऐसा होना चाहिए जिसे किसी पैमाने पर मापा जा सके . यानि उस goal के साथ कोई संख्या कोई number जुड़ा होना चाहिए।
Achievable: यदि आप कोई ऐसा goal बनाएँगे जो अन्दर से आपको ऐसी feeling दे कि भाई ये तो impossible है तो ऐसे goal का कोई अर्थ नहीं है।
Realistic: आपका goal आपके लिए realistic होना चाहिए . Achievable और Realistic के बीच एक thin line है . जो लक्ष्य realistic है वो achievable हो सकता है, पर जो achievable है वो realistic भी हो ऐसा ज़रूरी नहीं है।
Time-Bound : Goals के साथ अगर आप समय सीमा नहीं निर्धारित करेंगे तो आपको उसे achieve करने की urgency नहीं महसूस होगी और आप उसे पूरा करने के लिए सही प्रयत्न नहीं कर पायेंगे।
अपने लक्ष्य का निर्धारण कर प्राप्त कैसे करे
- अपने लक्ष्यों को लिखना बेहद जरूरी है
- लक्ष्य पूरा करने की तारीख चुनें
- अपने लक्ष्य के बारे में विशिष्ट रहें
- लक्ष्य तय करने का कारण जान लें
- कार्य योजना तैयार करें
- अपने अंदर के गुण को पहचाने
- Research करें
- एक से अधिक लक्ष्य हो सकते हैं पर आपके लिए अभी क्या सही है उसे पहचाने
- लक्ष्य पूरा करने के लिए अपना पूरा समय दें
- समय प्रबंध का उपयोग करें
- काम के प्रति हमेशा सक्रिय रहे
- सफल व्यक्ति से सलाह ले
- परिणाम की चिंता किए बिना काम करें
- अपने लक्ष्य से कभी भटके नहीं
- अपनी सोच हमेशा पॉजिटिव रखें
लक्ष्य निर्धारित करना परिणामों को चार तरह से प्रभावित कर सकता है
- पसंद
लक्ष्य किसी का ध्यान सीमित कर सकते हैं और उनके प्रयासों को लक्ष्य-प्रासंगिक गतिविधियों की ओर निर्देशित कर सकते हैं और लक्ष्य-अप्रासंगिक कार्यों से दूर कर सकते हैं।
- कोशिश
लक्ष्य किसी को अधिक प्रयासशील बना सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि कोई आमतौर पर प्रति घंटे 4 विजेट का उत्पादन करता है, लेकिन प्रति घंटे 6 विजेट का उत्पादन करना चाहता है, तो वह उस लक्ष्य के बिना अधिक विजेट का उत्पादन करने के लिए अधिक मेहनत कर सकता है।
- अटलता
लक्ष्य किसी को असफलताओं के बावजूद काम करने के लिए अधिक इच्छुक बना सकते हैं।
- अनुभूति
लक्ष्य किसी के विकास और उसके व्यवहार में बदलाव का कारण बन सकते हैं।
अपना लक्ष्य कैसे बनाये FAQ
गोल सेटिंग क्यों जरूरी है?
अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए गोल सेटिंग करना जरूरी है जिंदगी को सही तरीके से जीने के लिए आपके जीवन में एक लक्ष्य होना चाहिए।
अपना लक्ष्य कैसे बनाएं?
दुनिया में हर व्यक्ति को अपने जीवन में लक्ष्य बनाना आवश्यक है लक्ष्य आपको आगे बढ़ाने के लिए उत्तेजित करता है।
लक्ष्य की प्राप्ति कैसे करें?
सिर्फ लक्ष्य निर्धारण करना ही आवश्यक नहीं है लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आखिरी दम तक मेहनत करना भी जरूरी है।
निष्कर्ष
दोस्तों इस पोस्ट के माध्यम से अपने जाना गोल सेटिंग क्यों जरूरी है और अपना लक्ष्य कैसे बनाएं इस पोस्ट पर आपके लक्ष्य से लेकर सारी जानकारियां दी गई हैं हम आशा करते हैं या पोस्ट आपके लिए लाभकारी होगा और आप इस पोस्ट को पढ़ने के बाद अपनी जिंदगी में कोई एक लक्ष्य बना पाएंगे यदि आपको यह पोस्ट पसंद आए तो नौकरी जॉब्स नेट की पोर्टल https://naukrijobs.net/ पर जानकारी के लिए सर्च करें।