Commerce Subject in Hindi – 11वीं कॉमर्स में कौन कौन से सब्जेक्ट होते हैं ?

commerce subject in hindi – यदि आपने दसवीं पास कर ली है और आपको बैंकिंग, प्रोफेसर जॉब और अकाउंटेंसी जैसे क्षेत्रों में रुचि है और आप इन क्षेत्रों में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं तो आप 10वीं के बाद कॉमर्स सब्जेक्ट चुनकर अपना करियर बना सकते हैं।

11th class commerce subject in hindi – जो बच्चे दसवीं पास करते हैं उन्हें काफी ज्यादा कन्फ्यूजन होती है कि आगे हम क्या ले साइंस, आर्ट्स या कॉमर्स उन्हें तीन ऑप्शन दिए जाते हैं।

साइंस, आर्ट्स और कॉमर्स तीनों सब्जेक्ट्स अच्छे होते हैं आपको अपनी रुचि के अनुसार ही सब्जेक्ट चुनाव होता है जिस सब्जेक्ट में आपको ज्यादा रुचि है आप उन्हीं पर ध्यान दें तो इस पोस्ट पर हम बात करेंगे कि कमर्स सब्जेक्ट्स में क्या-क्या सब्जेक्ट होते हैं।

कॉमर्स सब्जेक्ट के बारे में आपको पूरी जानकारी इस पोस्ट पर दी जाएगी हम आशा करते हैं यह पोस्ट आपके लिए लाभकारी होगा।

11th कॉमर्स में कौन से सब्जेक्ट होते हैं?

  • एकाउंटेंसी (accountancy)
  • बिजनेस स्टडीज (business studies)
  • अर्थशास्त्र (economics)
  • अंग्रेज़ी (English)
  • गणित (mathematics)
  • इंफॉर्मेटिक्स प्रैक्टिस (informatics practices)
  • एंटरप्रेन्योरशिप (entrepreneurship)
  • फिजिकल एजुकेशन (physical education)

अकाउंटेंसी –

कक्षा ग्यारहवीं कॉमर्स में सबसे इंर्पोटेंट सब्जेक्ट्स होता है अकाउंटेंसी इसमें आपको बेसिक अकाउंट सिखाए जाते हैं यह पूरा मठ पर बेस्ड होता है इसमें कैलकुलेशन होते हैं बहुत सारे अकाउंट जो आप अपने बिजनेस में देखते हैं वह सारे अकाउंट्स इसके अंदर कैसे हाल होंगे वह बताया जाता हैं।

अकाउंटेंसी एक ऐसा सब्जेक्ट है जिसमें आप अकाउंटिंग प्रोसेस फाइनेंशियल स्टेटमेंट एंड फाइनेंशियल एनालिसिस फाइनेंशियल अकाउंटिंग जैसी बातें को सीखने हैं।

बिजनेस स्टडीज

इस सब्जेक्ट्स में आपको बताया जाता है कि बिजनेस में छोटी-छोटी बातें जिनका ध्यान रखना अति आवश्यक है इसमें आपको बिजनेस में होने वाले उतार-चढ़ाव को बारीकी से समझाया जाता है सारी बातें जो आप किसी बिजनेस में देखते हो करते हो उन्हें आपको थियोरेटिकल भाषा में समझाया जाता हैं।

अर्थशास्त्र –

इस विषय में विद्यार्थियों को अर्थव्यवस्था की पढ़ाई करवाई जाती है इसमें आप यह जानेंगे की मार्केट कितने प्रकार के होते हैं और मार्केट के अंदर किस तरीके से आप अपने बिजनेस को मुनाफे में कर सकते हो अर्थव्यवस्था को जानना काफी ज्यादा आवश्यक होता हैं।

कमर्स सब्जेक्ट्स पूरा पैसे पर आधारित होता हैं। किसी भी वस्तु का मार्केट में आना उसका मूल्य निर्धारण होना यह सभी बातें अर्थव्यवस्था में समझाई जाती हैं इसके अंतर्गत बेरोजगारी जीडीपी और मुद्रास्थिति जैसे अन्य सब्जेक्ट शामिल होते हैं।

गणित –

इसे आम तौर पर बिजनेस मैथमेटिक्स कहा जाता है इसके अंतर्गत आपको कैलकुलेशन मल्टीप्लिकेशन एडिशन जैसे बेसिक मैथ्स सिखाए जाते हैं और फिर आपको हाई लेवल मैथ्स सिखाया जाता है.

कॉमन सब्जेक्ट

  • इकोनॉमिक्स (Economics)
  • एकाउंटेंसी (Accountancy)
  • इंग्लिश (English)
  • बिज़नेस स्टडीज (Business Studies)

ऑप्शनल सब्जेक्ट

  • मैथ (mathematics)
  • कंप्यूटर साइंस (Computer science)
  • इन्फार्मेटिक्स प्रैक्टिस (informatics practice)
  • होम साइंस (Home Science)
  • मनोविज्ञान (Psychology)
  • फाइन आर्ट्स (Fine Arts)
  • फिजिकल एजुकेशन (Physical Education)
  • लैंग्वेज : हिंदी, फ्रेंच, जर्मन,
  • बिज़नेस स्टडीज (Business Studies)
  • लीगल स्टडीज (Legal Studies)
  • सिविक्स (Civics)
  • इन्शुरन्स पालिसी (Insurance Policy)
  • अकाउंट और ऑडिट (Account And Audit)
  • मार्केटिंग एंड सेल्समैनशिप
  • इंडस्ट्रियल संगठन (Industrial Organization)
  • बैंकिंग (Banking)

यह सभी ऑप्शनल सब्जेक्ट्स है आपको इनमें से कोई दो सब्जेक्ट चुनाव होता है यदि आप चाहते हैं तो आप इसमें से गणित और कंप्यूटर विज्ञान चुन सकते हैं यह दोनों सब्जेक्ट काफी अच्छे होते हैं इनमें आपको काफी ज्यादा जानकारियां मिलती हैं।

कक्षा 11वीं में आपको कुल पांच सब्जेक्ट पढ़ने होते हैं यह सब्जेक्ट्स आपके ऊपर दिए गए सब्जेक्ट में से चुने होते हैं। कक्षा 11वीं और 12वीं की पढ़ाई यदि आप कॉमर्स लेते हो तो इसे INTERMIDEATE की पढ़ाई कहा जाता हैं।

कॉमर्स स्ट्रीम के अंतर्गत अनिवार्य विषय

यह सभी अनिवार्य विषय है जो आपको कक्षा 11वीं और 12वीं में पढ़ने कंपलसरी है इसके अलावा इसमें दो सब्जेक्ट्स और आते हैं जो आपको वैकल्पिक रूप से चुनना होता है।

कक्षा 11कक्षा 12
लेखाकर्म (accountancy)लेखाकर्म (Accountancy) 
बिजनेस स्टडीज (business studiesअंग्रेज़ी (English)
अर्थशास्त्र (economics)बिजनेस स्टडीज (business studies)
अंग्रेज़ी (English)अर्थशास्त्र (economics)

कॉमर्स स्ट्रीम के अंतर्गत वैकल्पिक विषय

यह सभी वैकल्पिक विषय है कक्षा ग्यारहवीं में आपको दिए गए यह सभी विषय में से केवल दो विषय को चुनना होता है और कक्षा 12वीं के दिए गए ऑप्शन में से आपको दो विषय चुना होता है कुल मिलाकर 6 विषयों की पढ़ाई प्रत्येक कक्षा में की जाती है।

कक्षा 11कक्षा 12
गणित (maths)गणित (maths)
कंप्यूटर विज्ञान (computer science)मनोविज्ञान (psychology)
शारीरिक शिक्षा (physical education)सूचना विज्ञान अभ्यास (informatics practice)
ललित कला (fine arts)शारीरिक शिक्षा (physical education)
सूचना विज्ञान अभ्यास (informatics practice)
गृह विज्ञान (home science)
मनोविज्ञान (psychology)
भाषा अध्ययन (Hindi,German, French)

Graduation B.Com Subjects

बीकॉम प्रथम वर्ष विषय सूची

सेमेस्टर 1 – 6 महीने का सेमेस्टर 2 – 6 महीने का इस प्रकार सेमेस्टर 3,4,5,6 सभी 6 महीने के होते हैं।

जब आप 12वी की पढ़ाई कंप्लीट कर ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए जाते हो तो ग्रेजुएशन की पढ़ाई 3 साल की होती है और यह पढ़ाई सेमेस्टर के आधार पर की जाती है प्रत्येक सेमेस्टर में आपको अलग-अलग विषय दिए जाते हैं पहले वर्ष में आपको सेमेस्टर वन और सेमेस्टर 2 विषय होते हैं सेमेस्टर वन के अंतर्गत 6 सब्जेक्ट आते हैं और सेमेस्टर 2 के अंतर्गत पांच सब्जेक्ट आते हैं उसके बारे में जानकारी सारणी में दी गई हैं।

सेमेस्टर Iसेमेस्टर II
व्यापार अर्थशास्त्र-Iव्यापार अर्थशास्त्र – II
प्रबंधकों के लिए अंतःविषय मनोविज्ञानअंग्रेजी और व्यावसायिक संचार
प्रबंधन के सिद्धांत और व्यवहारव्यापार कानून
अंग्रेजी और व्यावसायिक संचारअंतःविषय ई-कॉमर्स
वाणिज्यिक कानूननिगमित लेखांकन
वित्तीय लेखांकन के सिद्धांत

बीकॉम द्वितीय वर्ष विषय सूची

दूसरे वर्ष में सेमेस्टर 3 और सेमेस्टर 4 आते हैं इनमें आपको सेमेस्टर 3 में 6 सब्जेक्ट और सेमेस्टर 4 में 4 सब्जेक्ट पढ़ने होते हैं जिनकी जानकारी नीचे सारणी में बताई गई है।

सेमेस्टर IIIसेमेस्टर IV
भारतीय वाणिज्य में अंतःविषय मुद्देअंतःविषय सुरक्षा विश्लेषण और पोर्टफोलियो प्रबंधन
कंपनी लॉलागत प्रबंधन
बैंकिंग और बीमामात्रात्मक तकनीक और तरीके
लागत लेखांकनविपणन प्रबंधन
व्यापार गणित और सांख्यिकी
अप्रत्यक्ष कर कानून

बीकॉम तृतीया वर्ष विषय सूची

तीसरे साल आपको सेमेस्टर 5 और सेमेस्टर 6 की पढ़ाई करनी होती है और इसमें सेमेस्टर 5 में आपको 6 सब्जेक्ट दिए जाते हैं और सेमेस्टर Vl में भी आपको 6 सब्जेक्ट दिए जाते हैं।

यह सभी विषय सबके लिए एक होते हैं इसमें आपको किसी भी प्रकार की किसी भी चीज को चुनना नहीं होता।

सेमेस्टर Vसेमेस्टर VI
प्रबंधन लेखांकनप्रत्यक्ष कर कानून
उत्पादन और संचालन प्रबंधनवित्तीय रिपोर्टिंग में मुद्दे
वित्तीय बाजार और सेवाएंआपरेशनल रिसर्च
आयकर कानूनवित्तीय प्रबंधन
भारतीय अर्थव्यवस्थासामाजिक और व्यावसायिक नैतिकता
उद्यमिता और लघु व्यवसायभारतीय अर्थव्यवस्था के क्षेत्रीय पहलू

कॉमर्स में क्या करियर चुन सकते है?

यदि आप 10वीं के बाद कॉमर्स सब्जेक्ट चुनते हैं तो आप कॉमर्स में अपना करियर काफी जगह पर बना सकते हैं इसमें मुख्य होता है चार्टर्ड अकाउंटेंट जो बनाकर आप किसी भी बिजनेस का अकाउंट चेक करेंगे और अच्छी रकम कमा सकते हैं।

कॉमर्स चुनने के बाद आप यह सभी फील्ड में अपना कैरियर बना सकते हैं –

  • चार्टर्ड अकाउंटेंट
  •  बैचलर ऑफ कॉमर्स
  •  बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन
  • बैचलर आफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन
  • बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज
  • कंपनी सेक्रेट्री

कॉमर्स के बाद कई नौकरी मिलेगी (Career in commerce)

यदि आप कॉमर्स लेकर पढ़ाई कर रहे हैं तो अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद आपको यह सभी नीचे दिए गए फील्ड में आसानी से नौकरी मिल सकती है आप इन सभी नौकरी के लिए तैयारी कर सकते हैं और एक अच्छा करियर बना सकते हैं।

कॉमर्स मुख्ता चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने के लिए या बिजनेस करने के लिए या बैंकिंग सेक्टर में जाने के लिए या फिर प्रोफेसर बनने के लिए किया जाता है कॉमर्स सब्जेक्ट पैसे पर आधारित होता है यहां पर सारी बातें इकोनामी मनी से रिलेटेड होती हैं।

पढ़ाई भी मनी मनी मनी से रिलेटेड की जाती हैं।

  • कॉस्ट अकाउंटेंट (Cost Accountant)
  • बिज़नेस अकाउंटेंट एंड टैक्सेशन (Business Accountant and Taxation)
  • रिटेल मैनेजर (Retail Manager)
  • बिज़नेस डेवलपमेंट एग्जीक्यूटिव (Business Development Executive)
  • कंपनी सेक्रेटरी (Company Secretary)
  • पर्सनल फाइनेंसियल एडवाइजर (Personal Financial Advisor)
  • रिसर्च एनालिटिक्स (Research Analyst)
  • इंटरप्रेन्योर (Entrepreneur)
  • सीईओ (Chief Executive Officer)
  • सीए (Chartered Accountant)
  • मार्केटिंग मैनेजर (Marketing Manager)
  • इन्वेस्टमेंट बैंकर (Investment Banker)
  • ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर (Human Resource Manager)
  • सीएफए (Chartered Financial Analyst)
  • सीपीए (Certified Public Accountant)
  • मुंशी (Actuary)
  • बैंकिंग सेक्टर (Banking Sector)

बोर्ड के तहत वैकल्पिक विषय Class 11

दोस्तों प्रत्येक बोर्ड में अलग-अलग प्रकार से पढ़ाई करवाई जाती है यदि आप पश्चिम बंगाल बोर्ड के तहत कक्षा ग्यारहवीं कॉमर्स की पढ़ाई कर रहे हैं तो वहां दिए जाने वाले सब्जेक्ट्स अलग होते हैं उसी प्रकार यूपी बोर्ड के तहत दिए जाने वाले वैकल्पिक विषय अलग-अलग होते हैं तो बोर्ड के आधार पर कक्षा 11वीं के सब्जेक्ट क्या-क्या है उसकी जानकारी आपको नीचे में बताई गई है।

वैकल्पिक विषय: ICSE कक्षा 11

  • बिजनेस स्टडीज (business studies)
  • कंप्यूटर की पढ़ाई (computer studies)
  • विधिक अध्ययन (legal Studies)
  • नागरिकशास्र (civics)
  • गणित (maths)

पश्चिम बंगाल बोर्ड कक्षा के तहत वैकल्पिक विषय 11

  • उद्यमिता (entrepreneurship) 
  • सूचना विज्ञान अभ्यास (informatics practices) 
  • बंगाल (Bengal)
  • वित्तीय बाजारों की नींव (foundations of financial markets)
  • म्युचुअल फंड (FMM विशेषज्ञता)

यूपी बोर्ड कक्षा के तहत वैकल्पिक विषय 11

  • अर्थशास्त्र और वाणिज्यिक भूगोल (economics and commercial geography)
  • बैंकिंग (banking)
  • औद्योगिक (Industrial)संगठन 
  • गणित और प्रारंभिक सांख्यिकी (mathematics and elementary statistics)
  • बीमा पॉलिसी (insurance policy)
  • खेल और शारीरिक शिक्षा (sports and physical education)
  • लेखा और लेखा परीक्षा (accounts and audit)
  • मार्केटिंग और सेल्समैनशिप (marketing and salesmanship)

बिहार बोर्ड कक्षा के तहत वैकल्पिक विषय 11

  • सूचना विज्ञान (Informatics) 
  • उद्यमिता (entrepreneurship) 
  • विधिक अध्ययन (legal studies) 
  • व्यावहारिक गणित (applied mathematics)

करियर Option

यदि आप कॉमर्स सब्जेक्ट लेकर अपना कैरियर बनाना चाहते हैं तो अभी के समय में कॉमर्स किए हुए विद्यार्थियों की काफी ज्यादा डिमांड है बीकॉम के बाद आप अपना एक अच्छा करियर बना सकते हैं उसके लिए आप बहुत सारे फील्ड में तैयारी कर सकते हैं

या फिर आप किसी भी कंपनी में अकाउंटेंट का भी जॉब कर सकते हैं अभी नई-नई कई प्रकार की कंपनियां खुल रही है जिन्हें एक अच्छे अकाउंटेंट की आवश्यकता होती है और इस कार्य के लिए वह आपको महीने का 20 से 25000 रुपए देते हैं।

यदि आगे चलकर आप इस काम में प्रोफेशनल हो जाते हैं तो आपकी सैलरी दुगनी और तीन गुनी हो जाती हैं।

इसके अलावा भी आप अपना खुद का बिजनेस स्टार्ट करके लाखों में अर्निंग कर सकते हैं जो विद्यार्थी कॉमर्स पर की पढ़ाई करता है उसे बिजनेस की अच्छी नॉलेज हो जाती है पढ़ाई के दौरान ही आप पैसे की अहमियत सीख जाते हो।

कॉमर्स में आपको यही सिखाया जाता है कि पैसे को किस तरीके से डबल किया जाए पैसे कहां इन्वेस्ट किया जाए पैसे से क्या-क्या इस्तेमाल किया जाए जिससे हम पैसे को दुगना तीन गुना कर सकते हैं।

कॉमर्स लेने वाले विद्यार्थियों का दिमाग जो विद्यार्थी कॉमर्स की पढ़ाई नहीं कर रहे हैं उनसे दो गुना काफी ज्यादा फास्ट चलता है परंतु यह केवल पैसे के मामले पर ही निर्भर करता हैं।

Top 10 Commerce Colleges in India

कॉमर्स के लिए भारत के टॉप 10 कॉलेज जहां आप अप्लाई कर सकते हैं.

  • Shri Ram College of Commerce
    • Bachelor of Commerce (Hons)
    • B.A (Hons) Economics
    • Masters of Commerce
    • P.G. Diploma in Global Business Operation (PGDGBO).
  • Lady Shri Ram College For women
  • Loyola College
  • Christ University
  • St. Xavier College
  • Narsee Monjee College of Commerce and Economics
  • Symbiosis College of Arts and Commerce, Pune
  • St. Joseph’s College of Commerce
  • Hans Raj College
  • Madras Christian College, Chennai.

Course Fees

यदि आप किसी अच्छे कॉलेज से 11 और 12 की पढ़ाई करना चाहते हैं कमर्स सब्जेक्ट्स लेकर तो उसके लिए आपको कॉलेज कोर्स फी के रूप में 10 से ₹20000 खर्च होते हैं और यह fees आपको दो साल देनी होती हैं।

यदि आप किसी नॉर्मल कॉलेज में एडमिशन लेते हो तो आपको कक्षा 11वीं और 12वीं की पढ़ाई के लिए केवल 1000 से ₹5000 ही लगते हैं।

इंटरमीडिएट के बाद जब आप ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए बीकॉम में एडमिशन लेते हो तो फी के रूप में आपको साल के ₹30000 किसी अच्छे कॉलेज में देनी होती हैं।

बीकॉम की पढ़ाई 3 साल के लिए की जाती है तो इस आधार पर आप अनुमान लगा सकते हैं आपको 3 साल के 90000 रुपए कोर्स फी के रूप में देनी होगी

और आपको यह बता दें कि एग्जामिनेशन फी अलग-अलग प्रकार से ली जाती है प्रत्येक एग्जाम में आपको 300 से ₹400 एग्जामिनेशन फी के रूप में देना होता हैं।

गवर्नमेंट की ओर से भी आपको बहुत सारे स्कॉलरशिप मिलते हैं जिसके माध्यम से आप आसानी से अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं यदि आप गवर्नमेंट स्कॉलरशिप का फॉर्म भरते हैं तो जितना आप कॉलेज में फिर दे रही है आपको उससे आधी रकम वापस मिल जाती हैं।

11वीं कॉमर्स में कौन कौन से सब्जेक्ट होते हैं ? FAQ

कॉमर्स क्षेत्र में करियर ऑप्शन?

चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए)
मानव संसाधन प्रबंधक
सर्टिफाइड पब्लिक एकाउंटेंट (सीपीए)
बिजनेस एकाउंटेंट और कराधान
इन्वेस्टमेंट बैंकर
चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट
कॉस्ट एकाउंटेंट
रिटेल मैनेजर
निजी वित्तीय सलाहकार
उद्यमी
कंपनी सेक्रेटरी
शोध विश्लेषक
मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ)

कॉमर्स में कौन-कौन से सब्जेक्ट होते हैं?

लेखाकर्म (accountancy)
अर्थशास्त्र (economics)
बिजनेस स्टडीज (business studies)
गणित (mathematics)
अंग्रेज़ी (English)
इंफॉर्मेटिक्स प्रैक्टिस (informatics practices)
उद्यमिता (entrepreneurship)
शारीरिक शिक्षा (physical education)

कॉमर्स स्ट्रीम में कितने विषयो पढ़ाया जाता है ?

कॉमर्स स्ट्रीम में छात्रों को कुल 8 विषयों पढ़ाया जाता है।

कॉमर्स से क्या बन सकते है?

चार्टर्ड अकाउंटेंट, बिजनेस एनालिस्ट, lawyer, आदि

कॉमर्स लेने के बाद क्या करें?

कॉमर्स से 12वीं करने के बाद आप BBA, BCA, BCom LLB, CA, CS आदि जैसे कई अंडर ग्रेजुएशन कोर्स कर सकते है।

कॉमन सब्जेक्ट क्या क्या है?

इकोनॉमिक्स (Economics)
एकाउंटेंसी (Accountancy)
इंग्लिश (English)
बिज़नेस स्टडीज (Business Studies)

निष्कर्ष

नौकरी जॉब्स नेट किस पोस्ट के माध्यम से आप जानेंगे 11वीं और 12वीं कॉमर्स में कौन-कौन से सब्जेक्ट होते हैं। और बीकॉम में सेमेस्टर के आधार पर कौन-कौन से सब्जेक्ट दिए जाते हैं उसकी सारी जानकारी आपको इस पोस्ट पर दी गई है हम आशा करते हैं या पोस्ट आपके लिए लाभकारी हो अन्य जानकारी के लिए https://naukrijobs.net/ की पोर्टल पर सर्च करें धन्यवाद।

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